भोपाल लोकायुक्त की रेड, 10 हज़ार घूंस लेते डीपीएम धराया
स्वास्थ्य विभाग के ही अधिकारी ने नपवाया
एमपी/हरदा। सूबे की सरकार तो चाहती है भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश हो लेकिन जिन्हें हराम दाढ़ लगी हुई है उनमें राजोरिया जैसे भ्रष्टअधिकारी आये दिन सरकार के मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। नतीजा सुशासन की वाट लग रही है।
बता दें कि स्वर्णिम मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य महकमें को यदि नजर उठाकर ध्यान से देखेंगे तो जिला लेवल पर बैठे स्वास्थ्य के जिम्मेदारों में ऐसा कोई अधिकारी नहीं बचा है जिसने गरीबों के स्वास्थ्य पर डाका डालने में कोई कसर बाकी छोड़ी हो।
इसी क्रम में 13 सितंबर को लोकायुक्त संगठन ( lokayukt Bhopal) ने हरदा सीएमएचओ कार्यालय के डीपीएम (district programme manager) के.के. राजोरिया को 10 हजार की घूंस के साथ अरेस्ट किया गया है।
जानकारी के मुताबिक जिला चिकित्सालय-हरदा ( district hospital harda) के जिला क्षय अधिकारी डॉ सुभाष जैन से उनकी शाखा के बिलों को पास करने के एवज में डीपीएम कृष्णकांत राजोरिया ने 10 हज़ार रुपये घूंस की डिमांड की थी। मामले में लोकायुक्त एसपी को शिकायत प्राप्त हुई थी। डॉ सुभाष जैन की शिकायत का सत्यापन होते ही लोकायुक्त डीसीपी श्री सलिल शर्मा की टीम ने जाल बिछाकर डीपीएम राजोरिया को रिश्वत (corruption) की राशि 10,000 समेत रंगे हाथों धर दबोचा है। लंबे अरसे के बाद हरदा में हुई लोकायुक्त कार्यवाही से समूचे जिले में अचानक हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
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