सन स्ट्रोक से नाबालिक की हुई मौत, अनावश्यक धूप में ना निकले

Jun 1, 2024 - 22:56
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सन स्ट्रोक से नाबालिक की हुई मौत, अनावश्यक धूप में ना निकले

उमरिया I   मुख्यालय से सटे कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम धनगी में सन स्ट्रोक से 16 वर्षीय नाबालिक प्रदीप सिंह पिता रामस्वरूप सिंह निवासी धनगी के मौत की खबर है।बताया जाता है कि नाबालिक युवक शुक्रवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक तेज़ धूप में खेत पर काम कर रहा था,देर शाम आने के बाद रात को नहाकर खाना पीना खाया उसके बाद अचानक उसे उल्टियां (वोमेटिंग) आने लगी।अचानक बेटे की तबियत बिगड़ता देख मां लोगो से मदद मांगने दौड़ी,कुछ देर बाद जब उसकी माँ वापस घर आई तो एकलौते बेटे की मौत हो चुकी थी,अकारण नाबालिक बेटे की मौत को सन स्ट्रोक से मौत होने की बात कही जा रही है।पिछले एक हफ्ते से 40 डिग्री पार तापमान वन्य प्राणियों के साथ साथ इंसानी जीवन के लिए भी खतरा बना हुआ है।इस मामले में मृत युवक के पिता रामस्वरूप सिंह मुम्बई स्थित किसी कम्पनी में सेवारत है,बेटे की अचानक मौत की खबर से मुंबई से वापस आ रहे है।बताया जाता है कि शनिवार की देर रात मृत युवक के पिता ग्रह ग्राम धनगी पहुंचेंगे,जिसके बाद रविवार की सुबह अंतिम संस्कार किया जायेगा।इस बीच हीट वेव से मृत नाबालिक के शव को घर पर फ्रीज़र में रखा गया है।घटना के बाद पूरा गांव शोकग्रस्त है,वही परिवार का रोरोकर बुरा हाल है।

हीट वेव के लक्षण

          जानकारों की माने तो हीट वेव या सन स्टोक लगना गर्मी के मौसम की प्रमुख बीमारी है।हीट वेव लगने का प्रमुख कारण शरीर में नमक और पानी की कमी होना है। पसीने की "शक्ल" में नमक और पानी का बड़ा हिस्सा शरीर से निकलकर खून की गर्मी को बढ़ा देता है। सिर में भारीपन मालूम होने लगता है, नाड़ी की गति बढ़ने लगती है, खून की गति भी तेज हो जाती है। साँस की गति भी ठीक नहीं रहती तथा शरीर में ऐंठन-सी लगती है। बुखार काफी बढ़ जाता है। हाथ और पैरों के तलुओं में जलन-सी होती रहती है। आँखें भी जलती हैं। इससे अचानक बेहोशी व अंततः रोगी की मौत भी हो सकती है। 

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