विष्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय सहित जिले भर में आयोजित किए गए वृक्षारोपण के कार्यक्रम
प्रकृति से प्राप्त उपहारों का संरक्षण करना हम सबका सामाजिक दायित्व- कलेक्टर
उमरिया। नदी सभ्यता और संस्कृति की संवाहक रही है। अधिकांष नदियों के किनारें ही मानव सभ्यता पनपी है। नदियों का संरक्षण, संवर्धन उनकी स्वच्छता बनाएं रखकर नदियों के कल कल जल प्रवाह को बनाएं रखना समाज का दायित्व है। निजी स्वार्थो या आवष्यकताआंे की पूर्ति हेतु नदियों के संरक्षण पर ध्यान नही देने के कारण बहुत सारी नदियां या तो अपना असतित्व खो चुकी है या प्रदूषित हो चुकी है। प्रकृति ने मानव जीवन की सभी आवष्यकताओं की पूर्ति की व्यवस्था की है । जरूरत है प्रकृति से प्राप्त संसाधनों के बेहतर उपयोग तथा उनके संरक्षण की। देष के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिषन लाईफ के साथ मंत्र बताए गए है जिनमें उर्जा की बचत, पानी की बचत, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक , टिकाउ एवं सतत्व खाद्य प्रणाली अपनाने, ठोस अपषिष्ट कम करने, ई वेस्ट को कम करना तथा स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाना शामिल है। हम सबकों इस दिषा में लगातार काम करने की आवष्यकता है, इसमें सरकार के साथ साथ समाज को भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करनी होगी। यह विचार कलेक्टर डा0 कृष्ण देव त्रिपाठी ने विष्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उमरिया नगर की जीवन रेखा उमरार नदी के खलेसर घाट में आयोजित नदी संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर जन अभियान परिषद, एन आर एल एम, जिले के युवा खिलाड़ी, नगर के स्वयं सेवी लोग, शासकीय सेवक सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा कि उमरार नदी को पुर्नजीवित करने हेतु जन सहयोग से 45 दिन तक श्रमदान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसके माध्यम से खलेसर घाट, महिला घाट, ज्वालामुखी घाट में साफ सफाई की गई थी। पुनः विष्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जन सहयोग से हनुमान घाट के साफ सफाई का कार्य हाथ मे लिया जाएगा। नगर के सभी गणमान्य नागरिकों , स्वयं सेवी संस्थाओं , सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं से अपेक्षा है कि वे इस कार्य मेें अपनी महती भूमिका निभाएं। आपनें कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने हेतु हमें कागज या कपड़े से बने थैलों का उपयोग करना चाहिए। इसकी जागरूकता हेतु नगर में खिलाडि़यों द्वारा जन जागरूकता रैली निकाली गई, जो खलेसर घाट से होते हुए गांधी चौक, स्टेषन रोड, संजय मार्केट से होते हुए वापस खलेसर घाट में समाप्त हुई।
कार्यक्रम मेें जिला षिक्षा अधिकारी उमेष कुमार धुर्वे, जिला खनिज अधिकारी फरहद जहां, मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सिंह, जिला समन्वयक ग्रामीण आजीविका मिषन प्रमोद शुक्ला, जिला समन्वय जन अभियान परिषद, वालीवाल संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह सहित षिक्षको , पर्यावरण विभाग के कनष्ठि वैज्ञानिक बी एम पटेल, सुभाष निगम, पत्रकार , गणमान्य नागरिक तथा नगर पालिका उमरिया का स्टाफ शामिल रहा।
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