फुटबॉल क्रांति ने छुए ऊंचाई के नए आयाम
• प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने फुटबॉल खिलाड़ियों से की चर्चा
• प्रधानमंत्री ने फुटबॉल खिलाड़ियों से मिलकर प्रसन्नता व्यक्त की और सराहना की
शहडोल। शहडोल संभाग में फुटबॉल क्रांति फलीभूत हो रही है। शहडोल संभाग में फुटबॉल क्रांति नित नए आयाम छू रही है। जिसकी प्रसन्नता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की तथा खिलाड़ियों से मिलकर चर्चा के उपरांत उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और सराहना की।
गौरतलब है कि गत दिवस प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शहडोल जिले के ग्राम पंचायत पकरिया पहुंचे। जहां उन्होंने फुटबॉल क्रांति के तहत फुटबॉल खेल रहे खिलाड़ियों रेनू केवट, यशोदा एवं राष्ट्रीय स्तर खिलाड़ी श्री जितेंद्र सिंह धुर्वे से मिले। इस दौरान उन्होंने फुटबॉल खिलाड़ी यशोदा से चर्चा की तथा पूछा कि फुटबॉल में क्रेज कैसा है, यहां और उन्होंने पूछा कि सुना है कि आपके गांव में हर घर में फुटबॉलर हैं। यशोदा ने जवाब दिया कि हमारे गांव में पीढ़ी दर पीढ़ी फुटबॉल खेली जा रही है और पसंद किया जा रहा है, यहां के बच्चों में स्वाभाविक रूप से दमखम है। उन्हें फुटबॉल खेलने की बेहतर तकनीक सिखाते हैं, जिससे वह जल्दी फुटबॉल खेलना सीख जाते हैं। शहडोल संभाग में करीब 1000 फुटबॉल क्लब का गठन किया गया है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने रेनू केवट से कहा कि जितने प्रकार की बुराइयां होती है ना मुझे पक्का विश्वास है, वह इस गांव में नहीं आती होंगी क्योंकि जो खेलता है, वह खिलता है। मुझे किसी ने बताया कि यहां कोई गांव है, जिसे मिनी ब्राजील के नाम से जाना जाता है। यशोदा ने बताया कि वह हमारा गांव बिचारपुर है, जहां हमारे गांव के हर घर में फुटबॉल खिलाड़ी हैं और हर घर हर उम्र के लड़कियां लड़के फुटबॉल खेलते हैं, हमारा गांव 250 लोगों का है और लगभग 45 बच्चे जो राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बात मैं "मन की बात" शो में जरूर कहूंगा।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री ने रेनू केवट से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने पूछा कि आपके गांव में ऐसा क्या है कि आपके गांव के लोग फुटबॉल को इतना बढ़ावा देते हैं। रेनू केवट ने बताया कि हमारे यहां सभी फुटबॉल खिलाड़ी हैं और यहां सभी के खून में फुटबॉल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे लिए भी बहुत सुखद अनुभव है कि हमारी 2-3 पीढ़ी एक खेल के पीछे इतना पागलपन हो और उसके कारण हर प्रकार के गांव से जहां खेल खेलते होंगे उनका वातावरण ही अलग होगा। उन्होंने कहा कि जैसा कि आप के चेहरे में कॉन्फिडेंस देख रहा हूं यह बड़ी ताकत है, आप लोगों ने प्राप्त की है, मैं आप सब को सलाम करता हूं। रेनू केवट ने कहा कि फुटबॉल क्रांति की शुरुआत 26 सितंबर 2021 को कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा द्वारा की गई थी तब से लगातार फुटबॉल क्रांति को बढ़ावा मिल रहा है और लोग ज्यादा से ज्यादा फुटबॉल खेल रहे हैं।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय खिलाड़ी जितेंद्र सिंह धुर्वे से चर्चा की। जितेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि मैं फुटबॉल में राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी हूं, उसके साथ ही मैंने स्पोर्ट में मास्टर डिग्री किया है तथा फुटबॉल रेफरी और कैप्टन भी हूं। उन्होंने बताया कि मैं ग्राम सरवाही जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ जिला अनूपपुर का निवासी हूं। उन्होंने बताया कि मैं पढ़ाई के दौरान लघु शोध किया हूं, जिसका विषय था आदिवासियों को खेल के प्रति कैसे आगे बढ़ाया जाए और वर्तमान समय में पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय में अतिथि विद्वान खेल सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हूं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत ही अच्छा विषय था और आगे क्या करना चाहते हो। प्रधानमंत्री को जितेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि मैं शारीरिक शिक्षा से ही पीएचडी कर रहा हूं मेरा शोध का विषय है, मेरे समाज के लोग फुटबॉल में कैसे आगे बढ़े। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पूछा कि जीतेन्द्र जी आपके घर में कितने खिलाड़ी हैं तो जितेंद्र सिंह ने बताया कि मेरे घर में सभी लोग खिलाड़ी हैं और आज मेरे गांव में मेरे दादाजी के नाम पर क्लब चलता है।
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