गणवेश एवं पुस्तकों के संचालन में अशासकीय स्कूल की नही चलेगी मनमानी

Apr 4, 2024 - 00:33
 0  74
गणवेश एवं पुस्तकों के संचालन में अशासकीय स्कूल की नही चलेगी मनमानी

निर्धारित पाठ्यक्रम के अतिरिक्त पुस्तकों का अध्यापन पाये जाने पर स्कूल संचालको के विरूध्द होगी कार्यवाही - कलेक्टर

उमरिया । प्रदेश शासन के निर्देशानुसार स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। शासकीय एवं अषासकीय स्कूलो में शासन द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के पुस्तकों से ही अध्यापन का कार्य संपन्न होना चाहिए। एनसीआरटी या प्रदेष सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की पुस्तकों से ही विद्यार्थियो की पढाई संपन्न कराई जाए । किसी अन्य प्रकाषक या मुद्रक की पुस्तके अध्यापन कार्य उपयोग नही की जाए और नही विद्यार्थियो के गणवेष या अन्य अध्यापन सामग्री के लिए उनके अभिभावको पर दबाव डाला जाएगा । और न ही किसी निष्चित दुकान से गणवेष या अध्यापन सामग्री क्रय करने के लिए बाध्य किया जाएगा, अन्यथा संबंधित स्कूली संस्थाओ एवं उनके संचालक मण्डल के विरूध्द शासन के प्रावधान के अनुसार कार्यवाही की जाएगीं। यह निर्देष कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी धरणेन्द्र कुमार जैन ने जिले में संचालित अषासकीय शालाओ के संचालकों एवं उनके प्राचार्यो को बैठक के माध्यम से दिए।

          बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एम एस गौर, जिला समन्वयक सर्व षिक्षा अभियान सुषील मिश्रा, अशासकीय स्कूल संचालक एवं प्राचार्य उपस्थित रहे। राज्य शासन द्वारा इस संबंध में आदेष जारी किया गया है कि स्कूल प्रबंधन एवं प्राचार्य द्वारा एनसीईआरटी, एससीईआरटी से संबंधित पुस्तकों के साथ अन्य प्रकाशकों की अधिक मूल्य की पुस्तकें एवं अन्य सामग्री क्रय करने हेतु पालकों पर अनुचित दबाव बनाया जाकर विषयवार एनसीईआरटी, सीबीएसई, एससीईआरटी मुद्रित व निर्धारित पाठ्यकम की पाठ्य पुस्तकों के स्थान पर अन्य प्रकाशकों की पाठ्य पुस्तकों को चयन कर अभिभावक को दुकान विशेष निर्धारित स्थान से पाठ्य पुस्तकों व अन्य शैक्षिक सामग्री अथवा यूनिफार्म खरीदने हेतु अप्रत्यक्ष रूप से बाध्य किया जा रहा है।

          इस संबंध में म.प्र. निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य संबंधित विषयों का विनियमन) अधिनियम, 2017 की धारा 6 एवं 9 तथा म.प्र. निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य संबंधित विषयों का विनियमन) नियम 2020 के नियम 6 एवं 9 को संज्ञान में लिया जाये। म.प्र. निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य संबंधित विषयों का विनियमन) नियम 2020 के नियम 6 (1) (घ) में स्पष्ट उल्लेख हैं कि निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र या अभिभावक को पुस्तके, यूनिफार्म, टाई, जूते, कॉपी आदि केवल चयनित विकताओं से कय करने के लिए औपचारिक अथवा अनौपचारिक किसी भी रूप में बाध्य नहीं किया जाएगा। छात्र या अभिभावक इन सामग्रियों को खुले बाजार से कय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। इस आशय की शिकायते प्राप्त होने की स्थिति में नियम 2020 के नियम 9 में वर्णित प्रक्रिया का पालन करते हुए संबंधित विद्यालय के विरूद्ध आवश्यक शास्ति अधिरोपित करने की कार्यवाही की जायेगी। 

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow